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शनिवार, 13 अप्रैल 2013

संत श्री परमानन्दजी महाराज (रणजीत आश्रम बालोतरा) sant shree parmanndji maharaj ranjit aashrm balotra



महान संत श्री परमानन्दजी का जन्म राजस्थान की धन्य धरा पर जालोर जिले के कनियाचल (सवर्णगिरी)पर्वत की गोद में जालोर से मात्र 1 8 km दुर जालोर बाड़मेर रोड पर  स्थित माण्डवला (mandwala)नामक गाँव में विराश (चौहान )गोत्रीय श्री वजारामजी के घर पर श्री मति मोती देवी की कोख से विक्रम संवत 1997 की श्रावण सुद 14 को हुआ था !आप चार भाई हंजाराम,पताराम,मंगनाराम ,वेलाराम थे !आपका सांसारिक नाम श्री पताराम था !आपके पिताजी कपडा बुनाई का काम करते थे ,जिसमे आप पिताजी के काम  में हाथ बंटाते थे लेकिन आपका मन तो प्रभु भक्ति में लगा रहता था,आपको साधू संतो की संगत का मोह था !18 वर्ष की उम्र में आप घर छोड़कर गाँव खेड़ा (सरदारगढ़)में एक चोधरी के यंहा पर नोकरी (हाली ) करने लगे !जंहा पर महान  योगी श्री केशरनाथ जी महाराज सिरे मंदिर पीठ जालोर तपस्या करते थे !
उनको देखकर पताराम के मन में वैराग्य उत्पन्न हो गया ,नोकरी (हाली ) का काम छोड़कर  आप  विक्रम संवत 2024 को आप माण्डवला आ गये !और इसी वर्ष आपने अपने घर पर ही चातुर्मास किया!और अगले 2 वर्ष अपने कुए पर ही चातुर्मास (खड़ी तपस्या)की ! विक्रम संवत 2027 में आप मेघवाल संत श्री मिठुरामजी महाराज के साथ बालोतरा में रामस्नेही संत श्री महंत रणछारामजी के पास जाकर अपने को इस सांसारिक मोह माया से मुक्त करअपने आप को महाराज के चरणों में स्थान दिलवाने की प्रार्थना की ,मेघवाल संत श्री मिठुरामजी के अनुनय -विनय से महंत रणछारामजी ने आपको शिष्य के रूप में स्वीकार कर लिया !
रणछारामजी महाराज ने खूब साहित्य रचना की वअपनी वाणियो एवम प्रवचनों समाज सुधार के कार्य किये !स्वामी रणछारामजी महाराज वेदों के महान ज्ञाता थे ,जिनका भी पूरा सानिध्धय मिला जिनकी निश्रामेंआपने वेद  ,पुराण,उपनिषद ,रामायण ,गीताका गहन अध्धयनकर इश्वर प्राप्ति के मार्ग को प्रशस्त किया !गुरु की सेवा करते हुए आप महाराज केइतने निकट आ गये की महाराज ने अपने प्रिय शिष्यको अपना उतराधिकारी घोषित कर दिया  !
गुरुवर श्री रणछारामजी के देवलोक होने पर आप विक्रम संवत 2032 में गुरुगादी पर विराजमान हुए !आपने रामद्वारा का निर्माण कर विस्तार करवाया ,और समाज हित में कार्य करते रहे !
विक्रम संवत  2058 चेत्र वदी 12 मंगलवार दिनाक 9 फरवरी 2002 को आप श्री ने नश्वर शरीर  को छोड़ शिव लोक को प्रयाण कर गये ! 
स्वामी रणछारामजी महाराज 
मुख्य मंदिर स्वामी रणछारामजी की समाधी 
महंत श्री परमानन्दजी की पूण्य तिथि उपस्थित जन समुदाय 


महंत श्री परमानन्दजी को श्रदा सुमन अर्पित करते हुए 


महंत श्री की समाधी पर उपस्थित जन समुदाय 


महंत श्री अमृतरामजी 

महंत गुरुवर श्री रणछारामजी की समाधी स्थल का दृश्य  
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महंत श्री परमानन्दजी की पूण्य तिथि पर आपकी जन्म भूमि से आये श्रद्धालु 




गुरुवर के चरणों  में मै 


 श्री  रणजीत आश्रम रामद्वारा बालोतरा  मुख्य प्रवेश द्वार 


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